लखनऊ में रोज़गार संसद का सफल आयोजन
बेरोज़गारी का समाधान रामबाण साबित होगी राष्ट्रीय रोज़गार नीति
मेट्रो फ्यूचर न्यूज लखनऊ देश की बात फ़ाउंडेशन द्वारा लखनऊ में आयोजित रोज़गार संसद में सेंट्रल कोऑर्डिनेशन, देश की बात फ़ाउंडेशन, नीरज पांडेय ने बताया कि आगामी 19 दिसंबर से देश की बात फ़ाउंडेशन दिल्ली में रोज़गार आंदोलन करने जा रही है। इस रोजगार आंदोलन में देश भर से संगठन एवं उनके सदस्य हिस्सेदारी कर रहें हैं। देश की बात फ़ाउंडेशन द्वारा राष्ट्रीय रोजगार नीति का ड्राफ़्ट तैयार किया है जिसमें
बेरोज़गारी की समस्या के समाधान को लेकर 10M का सुझाव दिया गया है।राष्ट्रीय रोजगार नीति के 10 एम1- मिनी टेक्नोलॉजी2- मिनिमम क्रेडिट सपोर्ट3- माइंडसेट एंड स्किल ट्रेनिंग4- मिनी मार्केट5- मल्टीनेशनल, इंटरस्टेट एंड इंट्रा-स्टेट सप्लाई चैन6- मैन्युफैक्चरिंग इन स्मॉल, मीडियम एंड लार्ज इंडस्ट्रीज7- मिनिमम इकनोमिक सपोर्ट एंड जॉब सिक्योरिटी8- मिनिमम वेज एंड सोशल सिक्योरिटी फॉर वर्कर्स रिस्पेक्टफुल लाइफ9- एम. एस. पी. (MSP) फॉर क्रॉप्स,10 -मॉर्डन एंड ट्रेडिशनल सर्विसेजरोजगार आंदोलन की मांग है कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय रोजगार नीति बनाकर संसद में कानून पास करें ताकि देश के प्रत्येक नागरिक के लिए सम्मानजनक रोजगार की गारंटी हो सके। शिखा पाल अध्यक्ष शिक्षित बेरोजगार शिक्षक अभ्यर्थी कल्याण समिति ने बताया कि आज देश के अंदर एक तरफ बेरोजगारी चरम सीमा पर है और वहीँ दूसरी तरह महंगाई भी चरम सीमा पर है । ऐसे हालात में कैसे एक व्यक्ति अपने बच्चों की शिक्षा स्वास्थ व् भरण पोषण का ध्यान रख पायेगा । सरकार को जल्द से
जल्द बेरोजगारी का समाधान निकालना पड़ेगा।सेंट्रल ऑर्गनायज़र, देश की बात फ़ाउंडेशन नंदिनी यादव ने बताया कि पिछले दिनों में देश में कृषि क़ानून, शिक्षक भर्ती घोटाला, RRB-NTPC घोटाला, UPSI भर्ती घोटाला एवं अग्निपथ योजना के विरोध में आंदोलन हुए । इन आंदोलनों में शामिल सभी आंदोलनकारियों ने विश्वास दिलाया है कि वे इस शांतिपूर्ण रोजगार आंदोलन में हिस्सा लेंगे । रोजगार आंदोलन से जुड़ने के लिए जनसंपर्क जागरूकता अभियान चलाए जाएंगे । कॉलेज यूनिवर्सिटी के छात्रों के साथ संवाद किया जाएगा । शहर कस्बे और गांव में छोटी बड़ी बैठकें की जाएगी ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस आंदोलन से जोड़ा जा सके।
रोज़गार संसद की अध्यक्षता की उन्होंने बताया कि देश में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार “राष्ट्रीय रोजगार नीति” बनाकर संसद में कानून पास करें। उसी संदर्भ में आगामी 19 दिसंबर से दिल्ली में रोजगार आंदोलन का आह्वान किया गया है। उन्होंने सभी से राष्ट्र निर्माण में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए, रोज़गार आंदोलन का हिस्सा बनने के लिए आगामी 19 दिसंबर को दिल्ली पहुँचने का आह्वान किया। रोज़गार आंदोलन के लिए रोज़गार आंदोलन समिति का गठन किया गया, रोज़गार संसद में 69000 शिक्षक अभ्यर्थी तूफान सिंह, प्रसून दीक्षित, रोहित शुक्ल, दुर्गेश मिश्रा, राम मिश्र, अनिरुद्ध द्विवेदी आदि ने,रोज़गार पर अपना-अपना वक्तव्य रखा।